शिमला— दंत चिकित्सा में लंबे अरसे बाद डेंटल सर्जन, हाइजिनिस्ट व मेकेनिक के पद भरने की उम्मीद जगी है। दंत चिकित्सा में
इन तीन श्रेणियों में 210 पद भरने की तैयारी की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने 70 डेंटल सर्जन, 70 हाइजीनिस्ट व 70 डेंटल
मेकेनिक के पद भरने का प्रस्ताव तैयार किया है। यह प्रस्ताव कैबिनेट में ले जाने की तैयारी है। अगर कैबिनेट से इसके लिए मंजूरी
मिलती है, तो ये पद भरने का रास्ता साफ हो जाएगा और स्टाफ की कमी से जूझ रहे दंत चिकित्सा विभाग को कुछ राहत मिलेगी।
दंत चिकित्सा विभाग में लंबे समय से बड़े स्तर पर भर्तियां नहीं हो पाई हैं। इसके कारण दंत चिकित्सा में बहुत से पद खाली पड़े हैं।
प्रदेश में करीब 400 से अधिक डेंटल क्लीनिक हैं, लेकिन अधिकतर डेंटल क्लीनिकों में स्टाफ की भारी कमी है। दूरदराज के क्षेत्रों
में तो स्थिति और खराब है। इन क्लीनिकों में न तो सर्जन मिल पाते हैं और न ही मशीनरी पूरी होती है। स्टाफ की कमी के कारण
कई केंद्रीय योजनाओं को चलाने में भी विभाग को परेशानी का सामना करना पड़ता है। दंत निदेशालय की रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष
2015 में दंत रोगियों की करीब संख्या छह लाख 90 हजार थी, जो वर्ष 2016 में अभी तक सात लाख का आंकड़ा पार कर चुकी है।
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